आज़ादी के अमृत महोत्सव में कवियों ने अपनी रचनाओं से जहां दिया एकता का संदेश तो वहीं दहश्तगर्दी पर किया प्रहार
प्रयागराज:-यूनिवर्सल ह्यूमन वेलफेयर सोसायटी व भाषा संस्थान-भाषा विभाग उत्तर प्रदेश शासन के तत्वाधान में अहमदगंज स्थित ताहिरा हाऊस में नामचीन कवियों ने जहां अपनी रचनाओं से भारतीयता का संदेश दिया वहीं दहश्तगर्दी पर प्रहार करते हुए तालियां बटोरीं।भाषा संस्थान के निदेशक विनय श्रीवास्तव व यूनिवर्सल ह्यूमन सोसाइटी के कन्वीनर शफक़त अब्बास पाशा के संयोजन में हुए कार्यक्रम में कवियों और समाज में उत्कृष्ट कार्य करने वालों को मोमेन्टो शॉल और गुल्दस्ता भेंट कर अभिनंदन किया गया।रुस्तम साबरी के संचालन में अनवार अब्बास ,डॉ नायाब बलियावी ,यश मालवीया ,लोकेश शुक्ल ,मखदूम फूलपूरी , शैलेन्द्र मधुर , डॉ पीयुष मिश्र , उमाशंकर अनुज , श्रीमती श्रतान्धरा मिश्र ,सुश्री साम्भवी सिंह ,सुश्री मिसबाह इलाहाबादी , सुश्री सीमा अक्सीर आदि ने अपनी रचनाओं से भावविभोर कर दिया।नायाब बलियावी के शेर न टूट सकेगा हिन्दुस्तान…लहू का इक क़तरा इसपे कर देंगे क़ुरबान की पंक्तियों पर जहां जमकर ताली बजी वहीं उन्हें इस कविता पर प्रोत्साहन स्वरूप सम्मानित भी किया गया।हसन नक़वी ,अब्बास गुड्डू , सैय्यद मोहम्मद अस्करी ,ज़फ़र रज़ा ,अहसन आब्दी ,ज़ैनुल अब्बास ,अज़मत आदि शामिल रहे।