गोरखपुर मण्डलीय सम्मेलन में रंगरेज समाज के अधिकार पर हुई वकालत
रंगरेज समाज हमेशा अपने वसूलों पर चला है : निजामुद्दीन रंगरेज
बेहतर रंग से एक रंगी समाज को बनाया है रंगरेज : हाजी मुनीर रंगरेज
मुगल दौर में भी आगे रहा है रंगरेज समाज : हाजी रईस साबरी रंगरेज
गोरखपुर। रंगरेज फाउंडेशन आफ इंडिया द्वारा आयोजित मण्डलीय सम्मेलन में रंगरेज समाज के उत्थान और तालीम क्षेत्र में कार्य करने के लिए सभी को लामबंद होने की आवश्यकता पर बल दिया गया।
इस मौके पर रंगरेज फाउंडेशन आफ इंडिया के संस्थापक निजामुद्दीन रंगरेज ने समाज के लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा कि रंगरेज समाज हमेशा से अपने वसूलों और सिद्धांतों के रास्ते पर चलते हुए समाज में अपने आपको स्थापित किया है। उन्होंने कहा कि रंगरेज समाज पिछड़े वर्ग के लोगों को हमेशा से इंसाफ दिलाने की दिशा में कार्य किया है। रंगरेज ने कहा कि रंगरेज फाउंडेशन अपनी बिरादरी के हक-हकूक दिलाने की वकालत करती है। वहीं अन्य पिछड़ी बिरादरियों को उनका वाजिब हक दिलाने के लिए संघर्षरत है। निजामुद्दीन रंगरेज ने समाज के नौजवानों का आह्वान करते हुए कहा कि रंगरेज समाज के नौजवानों की जिम्मेदारी है कि अपने समाज को बेहतर दिशा देने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दें।
इस मौके पर हाजी मुनीर रंगरेज ने सम्मेलन में आये हुए सभी रंगरेज समाज के लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा कि रंगरेजों ने हमेशा से समाज को बेहतर रंग में रंगने का काम किया है। यही वजह रही कि लोग रंगरेज समाज पर विश्वास करते हुए अपने वस्त्रों पर रंग चढ़ाने का जिम्मा सौंपकर भरोसा जताते हैं। उन्होंने बहुत सी बातें शायरी के लफ्जों में पिरोकर रंगरेज समाज को समझाने में कामयाब रहे। उन्होंने समाज को नसीहत देते हुए कहा कि रंगरेज सदियों से अपने कर्मों की बुनियाद पर अपने कारोबार को आगे बढ़ाते हुए समाजहित में स्थापित हुआ है। हाजी रंगरेज ने कहा कि गोरखपुर शहर एक एतिहासिक शहर है। गोरखपुर से रंगरेज फाउंडेशन द्वारा मण्डलीय सम्मेलन का आगाज हुआ है। इसी शहर से इंशा अल्लाह समूचे उत्तर प्रदेश के 75 जिलों में रंगरेज समाज में जागरूकता लाने के लिए सम्मेलन का सिलसिला जारी रहेगा।
सम्मेलन में शामिल होने आये रंगरेज फाउंडेशन आफ इंडिया के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं प्रवक्ता हाजी रईस साबरी रंगरेज ने हदीस की रोशनी में गुफ्तगू करते हुए कहा कि रंगरेज समाज मुगल दौर से ही समाज में मकबूल रहा है। उन्होंने कहा कि हमारे देश के गौरवशाली इतिहास में रंगरेज समाज का अहम किरदार रहा है। ऐसे में रंगरेज समाज को सामाजिक तौर पर जीवन जीने के लिए तालीमी तरबियत जरूरी है।
सम्मेलन की अध्यक्षता महबूब सर्राफ ने किया।
संचालन का दायित्व रहमानी कौमी एकता संघ के प्रदेश प्रमुख महासचिव एवं वरिष्ठ पत्रकार मुर्तजा हुसैन रहमानी ने निभायी।
इस मौके पर रंगरेज समाज आफ इंडिया के सम्मेलन संयोजक एवं मण्डल अध्यक्ष इसरार अहमद रंगरेज ने सभी के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि आने वाले समय में रंगरेज समाज के लोग सियासत में तकदीर और तस्वीर की नजीर पेश करने में कामयाब होंगे।
इस मौके पर रंगरेज समाज के छात्र-छात्राओं को अनुशासित जीवन जीने की महत्ता के ज्ञान को अपने अधिकार, चरित्र, सम्मान की सुरक्षा, जागरूक होने उज्जवल भविष्य और तरक्की के लिए संघर्ष की राह अपनाने की आवश्यकता पर जोर दिया गया।
इस अवसर पर रंगरेज फाउंडेशन आफ इंडिया की ओर से बहुत सारे लोगों को संगठन में पद देकर सुशोभित किया गया।
इस मौके पर राष्ट्रीय संगठन मंत्री मुहम्मद रफीक रंगरेज, लखनऊ मण्डल के मण्डल अध्यक्ष मुहम्मद नियाज रंगरेज लखनऊ , रफीक अहमद रंगरेज पप्पू, फिरोज अहमद रंगरेज,कल्लन रंगरेज आगरा , शरीफ रंगरेज फिरोजाबाद , रफीक रंगरेज कानपुर, वजीर अली रंगरेज कसया, नफीस आलम रंगरेज, इबरार अहमद, मेराज अहमद रंगरेज, नसीर अहमद रंगरेज, मुहम्मद रफी रंगरेज, हाजी मुहम्मद खालिद, मुहम्मद सुल्तान रंगरेज, मुहम्मद असलम सब्जबाग रंगरेज, बशीरूद्दीन रंगरेज एडवोकेट, मुहम्मद युनूस रंगरेज, मुहम्मद अमन रंगरेज, खुर्शीद आलम कसया, मुहम्मद आरिफ रंगरेज, मुहम्मद आसिफ रंगरेज, मुहम्मद युनूस रंगरेज, अबरार अहमद रंगरेज, मुहम्मद कासिम रंगरेज, मुहम्मद सारिक रंगरेज लखनऊ, मुहम्मद रईस रंगरेज कानपुर, रशीद अहमद रंगरेज लल्लू, मुहम्मद खालिद रंगरेज, मुहम्मद आरिफ रंगरेज एवं हाजी तारिक रंगरेज सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे।