श्री शिव महापुराण कथा के सप्तम व विश्राम दिवस पर भगवान शिव के ज्योतिर्लिंग का वर्णन कर बताया गया कि जो भगवान शिव की पूजा आराधना पुष्प बेलपत्र आदि से विधि-विधान व तन्मयता से करते हैं उनका हर तरह से कल्याण होता है व उनका जीवन धन्य हो जाता है यही शिव महिमा है _ मां ध्यान मूर्ति
सनातन मानव सेवा संस्थान भावापुर प्रयागराज द्वारा आयोजित श्री शिव महापुराण कथा के सप्तम व विश्राम दिवस पर परम पूज्य मां ध्यान मूर्ति महाराज जो श्री वृंदावन धाम से पधारी है सुहागन पैलेस ,भावापुर प्रयागराज में भक्तों के जन समूह के बीच भगवान शंकर के पावन द्वादश ज्योतिर्लिंग की कथा श्रवण कराई द्वादश ज्योतिर्लिंग की स्थापना कैसे हुई किसके द्वारा हुई और कौन सा ज्योतिर्लिंग कहां स्थापित है कथा के दौरान लोगों को जानकारी दिया , कथा के साथ ध्यान का महत्व भी बताया व प्रतिदिन की भांति आज भी सभी भक्तों को ध्यान मुद्रा में बैठा कर ध्यान योग को भगवान शिव से जोड़कर उसका महत्व बताया व कहा कि आज कथा का यही विश्राम हो रहा है फिर अगले वर्ष श्रीमद् देवी भागवत महापुराण की कथा आपलोगों ने इच्छा जाहिर की है उसे सुनाई जाएगी , कथा के दौरान आप सभी भगवान शिव की कथा से आनंदित हुए यह खुशी की बात है जो भगवान शिव की पूजा आराधना पुष्प बेलपत्र आदि से विधि विधान व तन्मयता से करते हैं उनका हर तरह से कल्याण होता है व उनका जीवन धन्य हो जाता है ,इसी बीच प्रयागराज की महापौर श्रीमती अभिलाषा गुप्ता नंदी ने भी कथा में अपनी हाजिरी लगाई मां ध्यान मूर्ति से आशीर्वाद लिया जिस पर सभी लोगों ने खुशी जाहिर कर उनका तालियों से स्वागत किया कथा अब यही विश्राम लेती है कल 30 दिसंबर दिन शुक्रवार को प्रातः हवन यज्ञ व अपरान्ह 3 बजे से भंडारे का आयोजन है भक्तजन प्रसाद पाएं कथा आयोजन की व्यवस्था में सामिल लोगों में राज कुमार त्रिपाठी,वासुदेव पांडे, सरजीत सिंह ,राजेंद्र कुमार तिवारी, श्याम सुंदर सिंह पटेल, संतोष मिश्रा, बी एम शुक्ला, पंकज कुमार,रामलाल पटेल, संतोष श्रीवास्तव, सुशील कुमार श्रीवास्तव, बी के श्रीवास्तव,विनय मिश्रा, राधे मोहन शर्मा, कुलभूषण पांडे, पार्षद राजेश कुशवाहा ,शिवचरण सिंह, संत पाल स्वरूप ,राधे मोहन शर्मा ,विनय मिश्रा ,डॉ प्रेम शंकर पांडे ,अनिल कुमार रस्तोगी ,श्रीमती नीलम मिश्रा ,श्रीमती आशा त्रिपाठी, अनुराधा ,अलका ,वीरांगना, पूनम केसरवानी, मधु श्रीवास्तव, सरस्वती देवी कुशवाहा पार्षद, कनकलता, प्रेमलता ,प्रतिमा शुक्ला ,रानी दुबे विजयलक्ष्मी ,सुमन कुशवाहा, अर्चना कुशवाहा ,अलका सिंह, शिवा त्रिपाठी,अंजू मिश्रा,सुधा पाठक,अविनाश चंद्र तिवारी, नवल किशोर देव पांडे आदि सैकड़ों लोग शामिल रहे व कथा श्रवण कर लोग प्रसाद ले अपने अपने घरों को गए