हंसते खेलते परिवार को उजाड़ने वाला कभी सुखी नहीं होगा – आचार्य वीरेंद्र
अपराधियों को बचाने वाले का अंत बहुत बुरा होता है
करछना ( प्रयागराज ) समाज उन कुमार्गियों को कभी सम्मान नहीं देता और हंसते खेलते परिवार को उजाड़ने वाला कभी सुखी नहीं रह सकता वह जीवन भर संत्रास झेलता रहेगा | अपराधियों को जो भी बचाने का खड़यंत्र करते हैं उनका अंत भी बहुत बुरा होता है और उनके घर में कभी शांति नहीं रह सकती |
उपरोक्त उद्गार आचार्य वीरेंद्र ने उस समय व्यक्त किए जब वे समाज में व्याप्त अनैतिकता और अराजकता के बढ़ते दुष्प्रभाव पर चिंता व्यक्त कर रहे थे | आचार्य वीरेंद्र ने कहा कि आज समाज में नई पीढ़ी को कोई उचित मार्गदर्शन नहीं मिलने के कारण वह पथभ्रष्ट होती जा रही है और अपराध की ओर उन्मुख हो रही है उसका कारण है एन केन प्रकारेण अनैतिक धन प्राप्त कर लेने से उनकी मानसिकता कलुषित हो जाती है | बुद्धिजीवी नागरिक संगठन उत्तर प्रदेश के सदस्य विंध्यवासिनी त्रिपाठी ने कहा कि समाज का नैतिक पतन जिस प्रकार हो रहा है उससे यही लगता है कि आने वाले समय में सदाचारी और धर्म पथ पर चलने वालों का उत्पीड़न बढ़ेगा तथा कदाचारी और दुराचारी अपनी कुटिल नीतियों के कारण क्षणिक संतुष्टि भले ही प्राप्त कर लें , किंतु वे कभी भी समाज का भला नहीं कर पाएंगे उनका भी अंत बहुत ही बुरा होगा चाहे वह कोई उच्चाधिकारी हो अथवा समाज का कोई प्रबुद्ध वर्ग का ब्यक्ति हो | वर्तमान समय में जो भी अपराधियों और अनैतिक मार्ग पर चलने वालों को बचाने का खड़यंत्र करता है वह समाज की निगाह में बहुत जल्द ही गिर जाता है | ऐसे समाज के कलंक कभी भी समाज में प्रतिष्ठा नहीं पाते हैं |
बुद्धिजीवी नागरिक संगठन उत्तर प्रदेश के संस्थापक और प्रभारी डॉक्टर भगवान प्रसाद उपाध्याय ने कहा कि मादक द्रव्यों की आपूर्ति में संलिप्त और अपराधियों को पुष्पित पल्लवित होने की जो भी कुरीतियां है उसको पोषित करने वाले नए-नए अपराधियों को जन्म दे रहे हैं इसमें कथित रूप से शासन सत्ता का भी परोक्ष सहयोग मिलता है और समाज को विखंडित करने के लिए कुछ अधिकारी भी दुराचारियों का सहयोग करते हैं | कभी-कभी तत्काल धनवान बनने का लोभ भी नई पीढ़ी को पथभ्रष्ट कर देता है और वह अनजाने ही सही , गंभीर अपराध कर बैठता है | आज इस प्रवृति का बोलबाला है और जो अपराधियों को बचाने का काम कर रहे हैं उन्हें भी भविष्य में दुरदिन देखने पड़ सकते हैं यह वह कभी नहीं सोचते