उत्तर प्रदेश सांस्कृतिक विरासत और संस्कृति के आधार पर आध्यात्मिकता का केंद्र है-सिद्धार्थ नाथ सिंह

उत्तर प्रदेश सांस्कृतिक विरासत और संस्कृति के आधार पर आध्यात्मिकता का केंद्र है-सिद्धार्थ नाथ सिंह

(प्रदेश में अखंड रामायण पाठ से सामाजिक समरसता है)

समाजवादी पार्टी ने जो अपराध का बीज बोया था वह तीस पैतीस साल पनपा है-सिद्धार्थ नाथ सिंह

प्रयागराज 15 मार्च,2023।नवरात्र में मंदिरों में अखंड रामायण पाठ के सीएम योगी के फैसले का पूर्व कैबिनेट मंत्री श्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने स्वागत किया है। यह बातें प्रयागराज प्रवास के दौरान निज आवास पर मीडिया से वार्ता में कहीं।
        विधायक शहर पश्चिमी व पूर्व कैबिनेट मंत्री श्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने सपा मुखिया अखिलेश यादव के कटाक्ष पर पलटवार किया और कहा कि अगर अखिलेश यादव राजनीतिक चश्मे से इस फैसले को देखेंगे तो उन्हें कुछ अलग ही नजर आएगा। इसके लिए जरूरी है कि आप सरकार के इस फैसले को किस तरह से देखना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की जो सांस्कृतिक विरासत है और संस्कृति के आधार पर आध्यात्मिकता को देखेंगे तो यह फैसला उन्हें भी सही लगेगा।
यूपी सरकार का जो सांस्कृतिक मंत्रालय है वह अध्यात्मिकता के आधार पर संस्कृति को बढ़ावा दे रहा है। प्रधानमंत्री श्री मोदी और भाजपा महिला सशक्तिकरण की बात करती है। अखंड रामायण में महिलाओं के लिए अच्छे संदेश हैं।मंदिरों में नवरात्र में अंखड रामायण पाठ से लोगों का ज्ञान बढ़ेगा और उसका प्रचार भी होगा। अखंड रामायण पाठ सामाजिक समरसता का भी विषय है।किसी ने अगर अखंड रामायण नहीं पढ़ी है तो ही वह इसका विरोध करेगा।
            पूर्व मंत्री श्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा अखंड रामायण पाठ सरकार का सही और उचित निर्णय है। इसलिए रामायण पाठ को लेकर अखिलेश यादव के बयान पर कहा कि अखिलेश यादव इसको लेकर कटाक्ष कर रहे हैं।
लेकिन उन्हें पाबंदी स्वामी प्रसाद मौर्या पर लगानी चाहिए थी। जिन्होंने रामचरितमानस पर ही प्रश्नचिन्ह खड़ा कर दिया था। श्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि अखिलेश यादव उसी राजनीतिक चश्मे से पूरे मामले को देख रहे हैं जिस चश्मे से स्वामी मौर्या देख रहे थे। उन्होंने कहा है कि यूपी सरकार अपना काम कर रही है। उत्तर प्रदेश और प्रगतिशील हो, लोगों के जीवन में खुशहाली आए इसके लिए योगी सरकार काम कर रही है।
            वहीं उमेश पाल शूट आउट कांड को लेकर विपक्ष द्वारा यूपी की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े किए जाने पर पूर्व कैबिनेट मंत्री श्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने समाजवादी पार्टी को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने कहा है कि समाजवादी पार्टी ने जो अपराध का बीज बोया था वह तीस पैतीस साल पनपा है। इसलिए अगर अखिलेश यादव चाह रहे हैं कि वो एक साथ खत्म कर दें तो ऐसा नहीं होगा। लेकिन यूपी सरकार व्यवस्थित तौर पर ठोस कार्रवाई कर रही है। पुलिस साक्ष्यों को इकट्ठा करते हुए अच्छा एक्शन कर रही है। श्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा है कि पुलिस कार्रवाई का ही डर है कि माफिया जेल से यूपी में आने से डर रहे हैं। गुजरात जेल में बंद बाहुबली पूर्व सांसद अतीक अहमद और बरेली जेल में बंद उसका भाई पूर्व विधायक अशरफ हाईकोर्ट से लेकर निचली अदालतों में अर्जियां डाल रहे हैं।श्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था का डंका बज रहा है।जिस माफिया का परिवार प्रयागराज और पूरे यूपी में राज कर रहा था। वही परिवार आज या तो जेल के अंदर है या फिर फरार है। भगोड़े परिवार पर इनामी राशि भी घोषित की गई है। उन्होंने कहा है कि यह यूपी सरकार और पुलिस का सख्त कार्यप्रणाली है कि माफियाओं को यहां आने से डर लग रहा है। उन्होंने कहा है कि लोगों को इसकी प्रशंसा करनी चाहिए ना कि उमेश पाल हत्याकांड के बाद कार्रवाई के दिन गिनने चाहिए। माफिया अतीक अहमद और अशरफ को जेल से यूपी लाए जाने के सवाल पर श्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा है कि कानून व्यवस्था के आधार पर सरकार काम कर रही है।
इसलिए जिस बात की संविधान इजाजत देगा है सरकार वह काम करेगी। माफियाओं की गाड़ी पलटने के सवाल पर कहा है कि बातें बेबुनियाद है अपराधियों और माफियाओं पर संविधान और कानून के हिसाब से ही कार्रवाई होगी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *