बिजली विभाग के कर्मचारियों की दबंगई आई सामने पूरे जिले में लाइट को किया था बिजली विभाग के कर्मचारियों की 72 घंटे की हड़ताल से पूरा जिला बिजली के लिए त्राहि-त्राहि कर रहा है कहीं पर पानी की समस्या है तो कहीं पर नेटवर्क की समस्या कहां पर कंप्यूटर बंद है लगभग 50 परसेंट मोबाइल स्विच ऑफ हो चुके हैं चार्ज करने की सुविधा नहीं है आदमी का आधा काम बंद हो चुका है कहीं पर उजाले की समस्या इस समय सरकार जो है ग्रामीण क्षेत्रों में पहले मिट्टी का तेल कोटा में दिया करती थी लेकिन इस समय वह भी आना बंद है और लाइट की कटौती किए हुए 36 घंटे हो चुके हैं अभी तक लाइट नहीं आई है शाम होने के बाद घरों में अंधेरा हो जाता है किसी के पास इमरजेंसी है तो किसी के पास नहीं है मिट्टी के तेल मिलता नहीं तो कैसे आदमी अपने घरों में उजाला करें कोई भी जरूरत रात में पड़े तो कैसे करें लेकिन सरकार के कहने के बावजूद कर्मचारी नहीं सुन रहे हैं इसका मतलब क्या है या तो सरकार लापरवाह है या तो कर्मचारी लापरवाह है जिससे पूरा प्रदेश झेल रहा है सोनू शुक्ला की रिपोर्ट