मां कल्याणी देवी — श्री राम कथा

भगवान को भक्ति की सत्ता स्वीकार करना पड़ता है–
व्यास अनिरुद्ध जी महाराज

मां कल्याणी देवी — श्री राम कथा

भगवान को भक्ति की सत्ता स्वीकार करना पड़ता है–
व्यास अनिरुद्ध जी महाराज

प्रयागराज 27 मार्च। जनकपुर में सीता जी के विवाह हेतु आयोजित स्वयंवर में भगवान राम और छोटे भाई लक्ष्मण जी गुरु विश्वामित्र जी के साथ गए। वहां जानकी जी की वाटिका में पूजा के लिए फूल तोड़ने भगवान राम व लक्ष्मण जी गए। जब वाटिका में प्रवेश करने लगे तो माली ने रोका। माली ने कहा कि हम जाने भी देंगे तो अंदर बाग में बहुत से भवरे हैं वह आप कमल नयन (कमल के समान नेत्रों) और मुख कमल (कमल के समान मुख) पर आकर मंडराने लगेंगे। जिससे आप संकट में पड़ जाएंगे। फिर भी जाना ही है तो सीता जी की जय बोल कर प्रवेश करिए। माली ने कहा श्राप के प्रताप से आप द्वारा तोड़े गए फूलों वाले विटप उड़ जाएंगे जैसे आप चरण छू जाने से पत्थर की शीला गायब हो गई थी। इसलिए पहले भक्ति की प्रतीक सीता का जयकारा करिए। अर्थात ब्रह्म (ईश्वरत्व ) प्राप्त करने के लिए भक्ति व भक्त की सत्ता स्वीकार करना ही पड़ता है। उक्त प्रसंग का वर्णन प्रख्यात श्री राम कथा एवं श्रीमद्भागवत के मर्मज्ञ पूज्य व्यास डॉ अनिरुद्ध जी महाराज ने मां कल्याणीदेवी परीक्षेत्र में श्री नव संवत्सर मानस समिति द्वारा आयोजित नौ दिवसीय श्री राम कथा कार्यक्रम में सुनाया।

प्रखर राष्ट्र चिंतक डॉ अनिरुद्ध जी महाराज ने बताया कि मिथिला ज्ञान व भक्ति की नगरी है। सीता जी साक्षात भक्ति का ही स्वरूप है। इसलिए भक्ति की सत्ता को स्वीकार किए बिना राम जी (ब्रह्म) को वाटिका में प्रवेश नहीं मिला। लक्ष्मण जी ने अधखिले कमल पुष्पों से राम जी की जटा सजा दिया। वहां पड़े मोर पंखों को राम जी के सर पर लगा दिया। भावार्थ व्याख्या यह की जब पंख ने मोर से अपना रिश्ता समाप्त करके मोर तोर से दूर हो गया तो उसे ब्रह्म के शीर्ष पर स्थान मिल गया। श्री राम कथा के छठे दिन माता कल्याणी के भव्य एवं आकर्षक श्रृंगार मयी स्वरूप का दर्शन प्रातः 5:00 बजे से रात्रि 12:00 बजे तक भक्तों ने किया। श्री नव संवत्सर मानस समिति प्रयागराज के संयोजक एवं मां कल्याणी देवी मंदिर समिति के अध्यक्ष आचार्य पंडित सुशील कुमार पाठक ने बताया कि प्रतिदिन सांय 7:00 बजे से रात्रि 11:00 बजे तक, श्री राम कथा, प्रातः 8:00 से 11:00 बजे तक एवं सांय 4:00 से 6:30 बजे तक, मां कल्याणी का पूजन प्रतिदिन प्रातः 5:00 से 1:00 बजे तक तथा मां कल्याणी का भव्य नूतन श्रृंगार प्रतिदिन सांय 6:00 से अपरान्ह 1:00 बजे तक गुरुवार 30 मई तक चलेगा। उत्तर प्रदेश शासन के अमृत महोत्सव योजना के अंतर्गत आकाशवाणी व दूरदर्शन के कलाकार उमेश कनौजिया एवं प्रदीप वर्मा के साथी कलाकारों द्वारा देवी गीत व माता की झांकी प्रस्तुत की गई।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *