माता कल्याणी देवी मंदिर — श्री राम कथा
प्रयागराज 28 मार्च। श्री नव संवत्सर मानस समिति द्वारा माता कल्याणी देवी मंदिर परीक्षेत्र में नवरात्रि के पावन पर्व पर आयोजित नौ दिवसीय श्री राम कथा में प्रख्यात श्री राम कथा व्यास आदरणीय डॉ अनिरुद्ध जी महाराज ने सीता स्वयंवर, धनुष भंग, परशुराम लक्ष्मण संवाद एवं श्री राम विवाह प्रसंग का बड़े रोचक ढंग से लोक शैली में वर्णन किया। बताया कि भगवान राम को धनुष भंग करने में सफल होने का आशीर्वाद गुरु विश्वामित्र से मिला और सीता जी को माता पार्वती ने आशीर्वाद दिया कि पूजहि’ मन कामना तुम्हारी। धनुष भंग स्वयंवर में बड़े-बड़े प्रतापी व शक्तिशाली राजा धनुष तोड़ कर विवाह करलेने के विचार से आए लेकिन कोई सफल नहीं हो पाया। गोस्वामी जी ने लिखा है-भूप सहस दस एकहि बारा – लगे उठावन टरहि न टारा । इतने राजाओं द्वारा मिलकर भी धनुष ना तोड़ पाने पर धिक्कारते हुए कहा तजहु आस निज निज ग्रह जाटू, लिखा न विधि वैदेही विवाह’ कहा की वीर विहीन मही मैं जाना। इस पर श्री लक्ष्मण जी नाराज व उत्तेजित होकर बोले कि जौ राडरि अनुशासन पावडं, कंदूकरव ब्रम्हांड उठावडं,।
पूज्य व्यास जी ने बताया कि स्थिति अनुकूल समझ कर विश्वामित्र जी ने राम जी को धनुष भंग करने का आदेश किया और राम जी ने धनुष्य तोड़ दिया। धनुष भंग के बाद मिथिला की स्त्रियों द्वारा गाए गए गीतों का संगीत मय सरस वर्णन किया। जय माल हो गया। तभी भगवान परशुराम जी आ गए और भगवान शंकर का धनुष्य टूटा हुआ देखकर अत्यंत क्रोधित हो गए। सवाल जवाब में लक्ष्मण जी की बातों से भगवान परशुराम जी का क्रोध और बढ़ गया। बोले सुनहु राम जेहि शिव धनुतोरा – सहस बाहु सम सोरीपु मोरा। भगवान ने बड़े ही आदर पूर्वक उत्तर दिया- नाथ शंभू – धनु मंजनि हारा – होइहै कोउ एक दास तुम्हारा। परशुराम जी ने भगवान राम से अपना धनुष्य चढ़ाने को कहा। राम जी ने ऐसा कर दिया तब परशुराम भगवान को लगा कि राम के रूप में भगवान का अवतार हो गया। वे शांत होकर वापस चले गए। सीता जी की तीन अन्य बहनों का लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न का भी विवाह हुआ। सब वापस अयोध्या चले गए।
उत्तर प्रदेश शासन के निर्देश पर आजादी अमृत महोत्सव के अंतर्गत धर्म व संस्कृति पर्यटन विभाग द्वारा आयोजित माता की चौकी की झांकियां व मनोहर गीत प्रसिद्ध गीतकार श्री श्याम बिहारी गौड़ द्वारा प्रस्तुत किया गया। भारी संख्या में उपस्थित भक्तों ने कार्यक्रम का आनंद लिया।
कार्यक्रम के अंत में श्री नव संवत्सर मानस समिति के संयोजक व मां कल्याणी देवी मंदिर समिति के अध्यक्ष पंडित सुशील कुमार पाठक ने भगवान राम माता सीता व प्रभु हनुमान जी की आरती पूजा किया। गणेश केसरवानी अध्यक्ष भारतीय जनता पार्टी, केपी ट्रस्ट के पूर्व महामंत्री श्री कुमार नारायण, पंडित अनिल पाठक, पंडित के०के० पाठक, दिलीप चौरसिया समिति के महामंत्री सुबोध खन्ना, अवधेश गुप्ता, विजय वैश्य पूर्व सभासद, एवं पूज्य व्यास डॉ अनिरुद्ध जी महाराज की संस्था दिव्य श्री अध्यात्म राष्ट्र सेवा मिशन की ओर से राजेश केसरवानी आदि ने व्यास जी एवं पूज्य मानस ग्रंथ की पूजा आरती किया।