मुख्य विकास अधिकारी ने पंचायतीराज विभाग द्वारा आयोजित स्वच्छता गोष्ठी का किया शुभारम्भ
कौशाम्बी मुख्य विकास अधिकारी डॉ रवि किशोर त्रिवेदी ने पंचायतीराज विभाग द्वारा आयोजित ग्राम प्रधानों, सचिव ग्राम पंचायत एवं पंचायत सहायकों आदि के साथ स्वच्छता गोष्ठी कार्यक्रम का शुभारम्भ किया।
मुख्य विकास अधिकारी ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि ग्राम सचिवालय में सभी सम्बन्धित अधिकारी/कर्मचारी रोस्टर के अनुसार उपस्थित रहें तथा आमजन की समस्याओं/सुझाओं को रजिस्टर में अंकित कर ए0डी0ओ0(पंचायत) एवं बी0डी0ओ0 के माध्यम से सम्बन्धित अधिकारी को पत्र प्रेषित कराकर समस्या का निस्तारण करायी जाय। उन्होंने कहा कि रोस्टर के अनुसार सम्बन्धित अधिकारी/कर्मचारी ग्राम सचिवालय में उपस्थित रहे, अनुपस्थित पाये जाने पर सम्बन्धित के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने कहा कि ग्रामों में पेयजल की सुचारू व्यवस्था सुनिश्चित किया जाय तथा खराब हैण्डपम्प को नियमानुसार शीध्र ठीक कराया जाय। उन्होंने ग्राम प्रधानांं से कहा कि सहभागिता योजना के तहत गोवंशो की सुपुर्दगी कार्य में प्रगति लायी जाय। उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायतों में साफ-सफाई की बेहतर व्यवस्था सुनिश्चित किया जाय तथा अवश्यकतानुसार कूड़ा गाडी क्रय करने की कार्यवाही की जा सकती है। उन्होंने कहा कि आपरेशन कायाकल्प के तहत प्राथमिक विद्यालयों में सभी कार्या को सुनिश्चित करायी जाय।
मुख्य विकास अधिकारी ने डी0पी0आर0ओ0 को निर्देशित किया कि आगामी होली तक सभी पंचायत सहायकों के मानदेय का भुगतान सुनिश्चित किया जाय, किसी का मानदेय भुगतान लम्बित न रहने पायें।
जिला पंचायत राज अधिकारी बालगोविन्द श्रीवास्तव ने बताया कि स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) 02 अक्टूबर, 2014 से प्रभावी है। विगत 05 वर्षों में 216378 शौचालयों का निर्माण कराया गया, जिससें शौचालय के आच्छादन के उपरान्त जनपद खुले में शौच से मुक्त हुआ। वित्तीय वर्ष 2022-23 में खुले में शौचमुक्त होने के उपरान्त कतिपय कारणो से छूटे हुये 5164 व्यक्तिगत शौचालय का निर्माण कराया गया। ग्राम पंचायत में निर्मित 451 सामुदायिक शौचालयों की देखरेख के लिए प्रत्येक सामुदायिक शौचाचल में स्वयं सहायता समूह के माध्यम से केयर टेकर की तैनाती कर दी गयी है। शासन की प्राथमिकता के क्रम में 5000 से अधिक आबादी वाली 35 ग्राम पंचायतो में ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबन्धन के अन्तर्गत ओडीएफ प्लस बनाने के लिए 17 गतिविधियों पर कार्य कराया गया। गंगा के किनारे अवस्थित 31 ग्राम पंचायतो में गांव को ओडीएफ प्लस बनाने की दिशा में कार्ययोजना तैयार करते हुये कार्य आरम्भ करा दिया गया है। ग्राम पंचायतो में निर्माण कार्य की गुणवत्ता सुनिश्चित किये जाने के दृष्टिगत जनपद में 23 कन्सल्टिंग इन्जीनियरों की तैनाती की गयी है, जिन्हें ग्राम पंचायत वार विभाजित करते हुये तैनात दिया गया है। जनपद में 04 अन्त्येष्टि स्थल का निर्माण कार्य पूर्ण कराया गया है। जनपद में 02 बहुउद्देशीय पंचायत भवन का निर्माण कार्य पूर्ण कराया गया है। जनपद में 21 कॉमन सर्विस सेण्टर का निर्माण कराया गया है, जिसके माध्यम से ग्रामीण जनमानस को शासकीय योजनाओं की सुविधायें प्रदान की जा रही है।