हमारा संकल्प, अग्निदुर्घटना मुक्त समाज
शहरी क्षेत्र में आग से होने वाली दुर्घटनाओं से बचाव हेतु आमजन करें ये उपाय
क्या करें-
1- विस्तर में लेटकर बीड़ी सिगरेट का प्रयोग न करें।
2- बिना बुझाये हुए बीड़ी, सिगरेट के टुकडों का इधर-उधर मत फेंके।
3- दियासलाई अबोध बच्चों से दूर रखें।
4- भोजन बनाते समय अपने शरीर के कपड़ों का प्रयोग चुल्हे पर चढ़े बर्तनों को उतारने मे न करें।
5- घर में विजली के कटे-फटे तारों को तुरन्त बदलवा लें या मरम्मज करवा लें। सही ढंग का फ्यूज लगाये व
एक ही प्लग पर कई यऩ्त्रों को न चलायें
6- भवन/संस्थान में लगे तारो का विद्युत सुरक्षा विभाग से इलेक्ट्रिक सेफ्टी आडिट अवश्य करवा लें।
7- अपने संस्थान/बहुमंजिली आवासीय/बहुमंजिली व्यवसायिक/हास्पिटल/विद्यालय भवन में अग्निशमन यन्त्र,
फायर हाईड्रेन्ट, होजरील, स्मोक अलार्म सिस्टम, डिटक्शन सिस्टम कार्यशील कराकर रखें।
8- कार्यालय व घरों के विद्युत स्टोव और आयरन प्रेस का प्रयोग करने के पश्चात प्लग निकाल कर तभी हटे।
9- रात में सोने से पहले गैस सिलेण्डर का वाल्ब बन्द करना न भूले एंव गैस पाईप को एक वर्ष में बदलवा दें एंव
रेग्यूलेटर को एक वर्ष में गैस एजेन्सी से चेक करालिया जाय।
10-कुकिंग गैस सिलेण्डर में तनिक भी लिकेज का आभास होते ही पास-पड़ोस की अन्य अॅगीठियाॅ व जलती हुई
बीड़ी, सिगरेट को तुरन्त बुझा दें।
11-लीक करने वाले गैस सिलेण्डर को तुरन्त घर से वाहर खुले स्थान पर निकाल कर रख दें, और सम्बन्धित
गैस कम्पनी को सूचित कर दें साथ ही साथ गैस लीकेज बन्द करने का प्रयास करें।
12- एलपीजी गैस हवा से दो गुना भारी होने के कारण लीक होने पर नीचे की ओर जाती है, अतः गैस चुल्हे को
सिलेण्डर से थोड़ी दूरी पर ऊॅचाई पर रख कर प्रयोग करें।
13- गैस बर्नर के छिद्र को सदैव साफ रखें किसी भी दशा में गैस सिलेण्डर लीकेज होने पर माचिस या आग से
चेक न करें।
14- जब कभी घर से बाहर जायें तो सिलेण्डर पर सेफ्टी कार्क अवश्य लगाकर जायें
15- गैस सिलेण्डर समाप्त होने की स्थिति में सिलेण्डर को लिटाकर या तिरछा कर प्रयोग न करें अन्यथा
सिलेण्डर में बिस्फोट हो सकता है। अतः उपरोक्त सावधानी या सुझाव को अमल में लाया जाय गैस सिलेण्डर
से होने वाली अग्निदुर्घटना को रोका जा सके।
16- अपने मकानों दुकानों मे कुछ अग्निशमन यंत्र अवश्य रखिये और उसके प्रयोग विधि के विषय में जानकारी के
लिए अपने क्षेत्र के अग्निशमन केन्द्र से मदद लीजिए।
17- आग लगने पर शोर मचाकर मकान के समस्त लोगो को आगाह किजिए ताकि वह निकलकर बाहर आ सके।
18- आग लगने पर फायर ब्रिगेड को टेलीफोन करके तुरन्त बुलाएं, इनकी सेवाएं हर समय निःशुल्क है। अपने क्षेत्र
के निकटतम फायर स्टेशन/थाना/पुलिस चैकी या डायल 112 का टेलीफोन नं0 याद रखिये जिससे आग
लगने पर सूचना दी जा सके।
19- फायर ब्रिगेड के पहुॅचने तक हर सम्भव उपाय से आग बुझाने का प्रयास किजिए।