जिसके जीवन में प्रभु की भक्ति है वास्तव में वही जागा हुआ है (अनिरुद्ध जी महाराज)

जिसके जीवन में प्रभु की भक्ति है वास्तव में वही जागा हुआ है (अनिरुद्ध जी महाराज)

19 दिसंबर प्रयागराज, दिव्य अध्यात्म राष्ट्र सेवा मिशन प्रयागराज के तत्वाधान में आयोजित दिव्य श्री राम कथा के द्वितीय दिवस पर मुंशी राम प्रसाद की बगिया नारायण वाटिका मुट्ठीगंज में दिव्य श्रीराम कथा का रसपान कराते हुए भक्तों को प्रखर राष्ट्रीय तक डॉ अनिरुद्ध जी महाराज ने कहा कि जीवन में मनुष्य अगर संकटों से छुटकारा पाना चाहता है तो प्रभु की भक्ति करें पर ध्यान रहे प्रभु की भक्ति और श्रद्धा में अहंकार नहीं होना चाहिए क्योंकि जिसके जीवन में अहंकार है वह प्रभु की भक्ति नहीं प्राप्त कर सकता इसलिए मानव को संसार की अहंकार की निद्रा को त्यागना होगा और प्रभु की भक्ति के लिए अहंकार मुक्त होकर जागना होगा क्योंकि जिसके जीवन में प्रभु की भक्ति है वही वास्तव में जागा हुआ है
इस अवसर पर उन्होंने सती चरित्र, श्री शिव विवाह, नारद मोह की कथा का प्रसंग का वर्णन किया
कथा की महाआरती तक्षकेश्वर पीठाधीश्वर श्री रविशंकर जी महाराज, उदय प्रताप सिंह निदेशक हरदयाल सिंह महाविद्यालय, वंशिका गुप्ता अध्यक्ष रक्षा मेक डिफेंस, एवं थाना अध्यक्ष मुट्ठीगंज ने किया
कथा का संचालन राजेश केसरवानी ने किया
कथा में प्रमुख रूप से कथा में मुख्य रूप से कुमार नारायण, नीरज गुप्ता ,राजेश केसरवानी, प्यारेलाल जायसवाल, शत्रुघ्न जायसवाल ,गौतम जायसवाल, विमला जायसवाल सीता जायसवाल ,कुसुम केसरवानी, उषा केसरवानी, सरिता जायसवाल, विजयलक्ष्मी केसरवानी, संतोष चौरसिया, उषा केसरवानी ,निखिल केसरवानी, अभिलाष केसरवानी अजय अग्रहरि नितिन केसरवानी, गया प्रसाद उपस्थित रहे

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