मा0 राज्यपाल महोदया ने उ.प्र. राजर्षि टण्डन मुक्त विश्वविद्यालय के 17वें दीक्षान्त समारोह का दीप प्रज्ज्वलन कर किया शुभारम्भ

मा0 राज्यपाल महोदया ने उ.प्र. राजर्षि टण्डन मुक्त विश्वविद्यालय के 17वें दीक्षान्त समारोह का दीप प्रज्ज्वलन कर किया शुभारम्भ

भारत के नेतृत्व को स्वीकार कर रहा विश्व-राज्यपाल

प्रतिज्ञा मिश्रा को चार, अंजलि को मिले तीन स्वर्ण पदक

उ.प्र. राजर्षि टण्डन मुक्त विश्वविद्यालय का 17वां दीक्षान्त समारोह सोमवार को सरस्वती परिसर स्थित अटल प्रेक्षागृह में आयोजित किया गया। दीक्षान्त समारोह की अध्यक्षता राज्यपाल एवं कुलाधिपति माननीया श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने की। दीक्षान्त समारोह में राज्यपाल एवं कुलाधिपति श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने दीक्षान्त भाषण देते हुए कहा कि भारत के नेतृत्व को विश्व स्वीकार कर रहा है। विश्वविद्यालय ऐसे छात्रों को तैयार करे जो भारतीय विशेषता को जी-20 में सहभाग कर रहे देश के प्रतिनिधियों को बताएं। उन्होंने कहा कि 2030 तक उच्च शिक्षा में युवाओं की हिस्सेदारी को बढ़ाकर 30 प्रतिशत से 50 प्रतिशत करने का लक्ष्य रखा जाए। राज्यपाल श्रीमती पटेल ने कहा कि युवाओं को संवेदनशीलता, देशभक्ति, पर्यावरण संरक्षण, जल संरक्षण के साथ ही अपने दायित्वों का निर्वाह करना चाहिए। कहा कि शिक्षा का क्षेत्र अत्यन्त व्यापक है। अतः इसकी समग्रता को समझते हुए प्राथमिक व माध्यमिक स्तर के विद्यालयों के प्रधानाचार्य को विश्वविद्यालय में बुलाकर उच्च शिक्षा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से चर्चा की जाए जिससे गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा की व्यवस्था सुनिश्चित हो सके। उन्होंने दिव्यांगों एवं किन्नरों की उच्च शिक्षा के लिए भी समाज में जागरूकता फैलाने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि कस्तूरबा विद्यालयों में 12वीं तक की शिक्षा सुनिश्चित की जाएगी। इसके लिए राज्य सरकार प्रयास कर रही है। मा0 राज्यपाल ने रजत जयंती वर्ष में दीक्षांत समारोह आयोजित करने एवं उच्च शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने पर विश्वविद्यालय परिवार को हार्दिक बधाई दी। उन्होंने उपाधि प्राप्त करने वाले छात्रों को संदेश दिया कि भारत की युवा पीढ़ी को हमारी भव्य आध्यात्मिक एवं बौद्धिक विरासत का मनोयोग पूर्वक अध्ययन करना चाहिए।
कुलपति प्रोफेसर सीमा सिंह ने स्वागत भाषण एवं प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय अपनी शैक्षिक उपलब्धियों के साथ ही अपनी संरचना के विकास की ओर भी तीव्रता से गतिमान है। विश्वविद्यालय के बहुआयामी विकास एवं समाज के उपेक्षित वर्ग को मुख्यधारा से जोड़ने के लिए विश्वविद्यालय सदैव तत्पर रहता है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय का महिला अध्ययन केंद्र गांव में जागरूकता शिविर लगाकर ग्रामीण महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में प्रयत्नशील है। सामाजिक सरोकार से संबंधित कार्यों तथा अपने दायित्व को भी विश्वविद्यालय पूर्ण मनोयोग से पूर्ण कर रहा है।
17वें दीक्षान्त समारोह में विभिन्न विद्याशाखाओं में सर्वाधिक अंक प्राप्त करने वाले शिक्षार्थियों को 23 स्वर्ण पदक प्रदान किये गये, जिनमें 8 स्वर्ण पदक छात्रों तथा 15 स्वर्णपदक छात्राओं को मिले। दीक्षान्त समारोह में सत्र दिसम्बर 2021 तथा जून 2022 की परीक्षा के सापेक्ष उत्तीर्ण लगभग 20 हजार शिक्षार्थियों को उपाधि प्रदान की गयी। अटल प्रेक्षागृृह में दीक्षान्त समारोह के भव्य आयोजन के उपरान्त उपाधियां डिजीलॉकर पर अपलोड कर दी गयीं। दीक्षान्त समारोह भारतीय पारम्परिक परिधान में आयोजित किया गया।
दीक्षांत समारोह की अध्यक्ष राज्यपाल एवं कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने 17वें दीक्षान्त समारोह में कुलाधिपति स्वर्ण पदक विश्वविद्यालय मुख्य परिसर अध्ययन केंद्र की छात्रा प्रतिज्ञा मिश्रा को प्रदान किया। प्रतिज्ञा मिश्रा ने एम0ए0 भूगोल विषय की परीक्षा प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण की तथा समस्त विद्याशाखाओं की स्नातक एवं स्नातकोत्तर परीक्षाओं में उत्तीर्ण समस्त स्नातकध्परास्नातक शिक्षार्थियों में सर्वश्रेष्ठ रहीं।
राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन ने विश्वविद्यालय स्वर्ण पदक इस बार स्नातकोत्तर वर्ग में विद्याशाखाओं के 06 टापर्स को दिए, जिसमें मानविकी विद्याशाखा से विश्वविद्यालय स्वर्ण पदक श्री बाबा साधव राम महाविद्यालय आजमगढ़ अध्ययन केन्द्र से पंजीकृत एम0ए0 (अर्थशास्त्र) की छात्रा इन्द्रवासिनी को, समाज विज्ञान विद्याशाखा से विश्वविद्यालय स्वर्ण पदक विश्वविद्यालय मुख्य परिसर अध्ययन केंद्र से पंजीकृत एम0ए0 (भूगोल) की छात्रा प्रतिज्ञा मिश्रा को, प्रबन्धन अध्ययन विद्याशाखा से विश्वविद्यालय स्वर्ण पदक, रामस्वरुप ग्राम उद्योग स्नातकोत्तर महाविद्यालय, पुखरायां, कानपुर अध्ययन केन्द्र से पंजीकृत एम. बी. ए. के छात्र रजत कुमार राय को, शिक्षा विद्याशाखा से विश्वविद्यालय स्वर्ण पदक, कृष्ण सुदामा महाविद्यालय, सादात, गाजीपुर अध्ययन केन्द्र से पंजीकृत एम0ए0 (शिक्षाशास्त्र) के छात्र जितेंद्र कुमार यादव को, विज्ञान विद्याशाखा से विश्वविद्यालय स्वर्ण पदक, किसान मजदूर महाविद्यालय भीटी मऊ अध्ययन केन्द्र से पंजीकृत एमएससी (जैव रसायन) की छात्रा अमृता गुप्ता को, स्वास्थ्य विज्ञान विद्याशाखा से विश्वविद्यालय स्वर्ण पदक, श्री रतीराम महाविद्यालय, मथुरा, अध्ययन केंद्र से पंजीकृत एमएससी (खाद्य एवं पोषण) की छात्रा नेहा राठौर को दिया गया।
राज्यपाल श्रीमती पटेल ने स्नातक वर्ग में भी विश्वविद्यालय स्वर्ण पदक 06 मेधावी छात्रों को दिए, जिसमें मानविकी विद्याशाखा से विश्वविद्यालय स्वर्ण पदक, रामधन दामोदर महाविद्यालय, मऊ अध्ययन केन्द्र से पंजीकृत स्नातक (बी0ए0) के छात्र हरिकेश चैहान को, समाज विज्ञान विद्याशाखा से विश्वविद्यालय स्वर्ण पदक, बी बी एस पब्लिक डिग्री कॉलेज, बरना, प्रतापगढ़ अध्ययन केन्द्र से पंजीकृत स्नातक (बी0ए0) के छात्र संदीप कुमार को, प्रबन्धन अध्ययन विद्याशाखा से विश्वविद्यालय स्वर्ण पदक, बी बी एस पब्लिक डिग्री कॉलेज, बरना, प्रतापगढ़ अध्ययन केन्द्र से पंजीकृत स्नातक (बी0कॉम0) के छात्र शुभम श्रीवास्तव को, कम्प्यूटर एवं सूचना विज्ञान विद्याशाखा से विश्वविद्यालय स्वर्ण पदक कमला नेहरू भौतिक एवं सामाजिक विज्ञान संस्थान, सुल्तानपुर अध्ययन केन्द्र से पंजीकृत स्नातक (बी0सी0ए0) की छात्रा शालिनी मिश्रा को, शिक्षा विद्याशाखा से विश्वविद्यालय स्वर्ण पदक देव इंद्रावती महाविद्यालय, कटेहरी, अंबेडकर नगर अध्ययन केन्द्र से पंजीकृत स्नातक (बी0एड0) की छात्रा अंजली सिंह को विज्ञान विद्याशाखा से विश्वविद्यालय स्वर्ण पदक, झाम बाबा महाविद्यालय, जलालपुर, अंबेडकर नगर अध्ययन केन्द्र से पंजीकृत स्नातक (बी0एस0सी0) के छात्र विकास कुमार चैरसिया को प्रदान किया गया। इस बार 10 मेधावी शिक्षार्थियों को दानदाता स्वर्ण पदक से सम्मानित किया गया। इनमें दो नए दानदाता स्वर्ण पदक को जोड़ा गया। जो छात्राओं को दिए गये, जिनमें स्वास्थ्य विज्ञान विद्या शाखा के अंतर्गत संचालित स्नातकोत्तर गृह विज्ञान कार्यक्रम में सर्वाधिक अंक प्राप्त करने वाली रामधन दामोदर महाविद्यालय, मऊ अध्ययन केंद्र से पंजीकृत छात्रा अंजली राय को श्रीमती शिवपति द्विवेदी स्मृति स्वर्ण पदक प्रदान किया गया। इसी प्रकार समस्त स्नातकोत्तर कार्यक्रम में सर्वाधिक अंक प्राप्त करने वाली विश्वविद्यालय मुख्य परिसर अध्ययन केंद्र प्रयागराज से पंजीकृत एम ए भूगोल की छात्रा प्रतिज्ञा मिश्रा को श्री संतोष कुमार दीक्षित स्मृति स्वर्ण पदक प्रदान किया गया।
इसके साथ ही शिक्षा विद्याशाखा के पूर्व निदेशक प्रो0 सुशील प्रकाश गुप्ता की स्मृति में स्व0 सुशील प्रकाश गुप्ता स्मृति स्वर्ण पदक तथा बाबू ओमप्रकाश गुप्त स्मृति स्वर्ण पदक देव इंद्रावती महाविद्यालय कटेहरी अंबेडकर नगर से पंजीकृत बी एड की छात्रा अंजली सिंह को प्रदान किया गया। श्री कैलाशपत नेवेटिया स्मृति स्वर्ण पदक विश्वविद्यालय मुख्य परिसर अध्ययन केन्द्र, प्रयागराज से पंजीकृत एम0बी0ए0 की छात्रा स्मिता दीक्षित को स्व0 अनिल मीना चक्रवर्ती स्मृति स्वर्ण पदक स्नातक वर्ग में बी बी एस पब्लिक डिग्री कॉलेज, बरना, प्रतापगढ़ अध्ययन केन्द्र से पंजीकृत स्नातक (बी0ए0) के छात्र संदीप कुमार को तथा स्नातकोत्तर वर्ग में विश्वविद्यालय मुख्य परिसर, प्रयागराज अध्ययन केंद्र से पंजीकृत एम0ए0 (भूगोल) की छात्रा प्रतिज्ञा मिश्रा को प्रदान किया गया। प्रो0 एम0पी0 दुबे पर्यावरण/गांधी चिन्तन एवं शान्ति अध्ययन उत्कृष्टता स्वर्ण पदक, झाम बाबा महाविद्यालय जलालपुर अंबेडकर नगर अध्ययन केन्द्र से पंजीकृत बी0ए0 के छात्र सुधांशु गुप्ता को तथा प्रो0 एम0पी0 दुबे दिव्यांग मेधा स्वर्णपदक टीडी कॉलेज जौनपुर अध्ययन केन्द्र से पंजीकृत बीएड की छात्रा भव्या सिंह को दिया गया। महान राष्ट्रकवि श्रद्धेय पं0 सोहन लाल द्विवेदी स्मृति स्वर्णपदक श्री बाबा साधव राम महाविद्यालय, कोइनहां, आजमगढ़ अध्ययन केंद्र से पंजीकृत एम0ए0 (हिन्दी) की छात्रा रुचि यादव को दिया गया।
इस बार राज्यपाल के निर्देश पर विश्वविद्यालय के सभी 12 क्षेत्रीय केंद्रों पर दीक्षांत सप्ताह के अंतर्गत दीक्षोत्सव के कार्यक्रम आयोजित किए गए। जिसमें विभिन्न खेलकूद प्रतियोगिताएं एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। विश्वविद्यालय स्तर पर निर्णायक मंडल द्वारा चयनित किए गए सर्वश्रेष्ठ प्रतिभागियों में परम्परागत खेल प्रतियोगिता में आदित्य कुमार, काव्य लेखन में आशीष शर्मा, निबंध लेखन में सुरेंद्र यादव, चित्रकला में प्रांजली यादव, देशभक्ति गीत में प्रमोद कुमार द्विवेदी, लोक नृत्य में आंचल अग्रवाल तथा भाषण प्रतियोगिता में जगवीर सिंह चैधरी को पुरस्कृत किया गया। इसके साथ ही राज्यपाल श्रीमती पटेल ने प्रोफेसर ओम जी गुप्ता तथा प्रोफेसर जी एस शुक्ल को उत्कृष्ट शिक्षक पुरस्कार प्रदान किया। इस अवसर पर उन्होंने विश्वविद्यालय के सर्वश्रेष्ठ क्षेत्रीय केंद्र के रूप में चयनित प्रयागराज क्षेत्रीय केंद्र के समन्वयक डॉ अभिषेक सिंह को सम्मानित किया। राज्यपाल श्रीमती पटेल ने इस अवसर पर राज अंध विद्यालय के दृष्टिबाधित छात्र-छात्राओं एवं भारत स्काउट एंड गाइड के स्वयंसेवक बच्चों को उपहार स्वरूप बैग वितरित किए।
विश्वविद्यालय के इतिहास में पहली बार इस दीक्षांत समारोह में प्रतिज्ञा मिश्रा को 4 स्वर्ण पदक प्रदान किए गये। विश्वविद्यालय के रजत जयंती वर्ष में आयोजित होने वाला यह दीक्षांत समारोह प्रतिज्ञा मिश्रा की इस उपलब्धि के रूप में याद किया जाएगा। इसके साथ ही एक अन्य छात्रा अंजली सिंह को तीन स्वर्ण पदक एक साथ दिए गये। निश्चय ही इससे बालिकाओं का शिक्षा के प्रति रुझान बढ़ेगा।
प्रारंभ में समारोह की अध्यक्ष राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल एवं कुलपति प्रोफेसर सीमा सिंह ने दीप प्रज्ज्वलन कर एवं जल संरक्षण के लिए जल भरो अभियान से दीक्षांत समारोह की शुरुआत की। इससे पूर्व शोभायात्रा निकाली गई। शोभा यात्रा का स्वागत भारत स्काउट एंड गाइड के स्वयं सेवकों ने घोष के साथ किया। दीक्षांत समारोह का संचालन प्रोफेसर पीके पांडेय एवं डॉ श्रुति ने किया।

मा0 राज्यपाल महोदया शहीद चन्द्रशेखर आजाद पार्क में स्थित संग्रहालय, आनंद भवन एवं हरिवंश राय बच्चन आवास का भी किया अवलोकन

मा0 राज्यपाल महोदया राजर्षि टण्डन मुक्त विश्वविद्यालय में आयोजित दीक्षांत समारोह कार्यक्रम के उपरांत शहीद चन्द्रशेखर आजाद पार्क में स्थित इलाहाबाद संग्रहालय का भी अवलोकन किया। मा0 राज्यपाल महोदया ने वहां पर दीप प्रज्जवलन किया तथा वहां पर लगे हुए साइन बोर्ड पर हस्ताक्षर भी किया। उन्होंने वहां पर स्कूली बच्चों को बैग एवं फल वितरित किया। उन्होंने वहां पर स्वतंत्रता आंदोलन से सम्बंधित बनायी गयी आजाद गैलरी का अवलोकन किया। मा0 राज्यपाल महोदया शहीद चन्द्रशेखर आजाद परिसर में आंवला के वृक्ष का रोपण भी किया। तत्पश्चात मा0 राज्यपाल महोदया ने आनंद भवन एवं हरिवंश राय बच्चन के आवास का भी अवलोकन किया।

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