बेमौसम बरसात की संभावना से कृषक रहे सतर्क
मौसम केंद्र लखनऊ के आंकड़ों के अनुसार चक्रवाती परिसंचरण के कारण पूर्वी उत्तर प्रदेश में अगले 5 दिनों में गरज चमक के साथ बेमौसम बरसात एवं 25 से 35 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की संभावनाएं हैं। इस अवधि में कटाई एवं बुवाई के लिए किसानों को सतर्कता बरतने की आवश्यकता है। बेमौसम बरसात की वजह से जिन स्थानों पर फसल खड़ी है एवं कटाई के योग्य है, विशेषकर गेहूं ,सरसों, चना, मटर इत्यादि में अधिकाधिक जल निकास का उचित प्रबंध करें एवं तैयार फसल की तुरंत कटाई करके उचित स्थान पर रख कर उपज को पॉलीथिन शीट से ढक दें, विशेषकर आलू की फसल के लिए सुरक्षित भंडारण सुनिश्चित करें। मक्का ,उर्द ,मूंग की बुवाई को रोककर अधिक वर्षा जल जमाव की स्थिति में पानी को बाहर निकालने की उचित व्यवस्था करें। तेज हवाओं की स्थिति में गेहूं की सिंचाई तत्काल रोक दें एवं किसी प्रकार के उर्वरको एवं रसायनों का छिड़काव हवा के शांत होने पर ही करें। जायद फसलों यथा मक्का,उर्द,मूंग इत्यादि की यदि बुवाई हो गयी है तो अंकुरण के लिए खेत में उचित नमी बनाए रखें क्योंकि तेज हवाएं वाष्पीकरण द्वारा भूमि की नमी को उड़ा ले जाती हैं और अंकुरण के साथ-साथ फसल भी प्रभावित होती है ।